Sunday 9 August 2020

Ratan Tata ji shadi kyu Nahi kiye.????

 


रतन टाटा ने बताई अपनी Love Story, कहा,

रतन टाटा ने अमेरिका में रहकर पढ़ाई भी की और काम भी किया.

नई दिल्ली: 

उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) ने खुलासा किया कि ग्रेजुएट होने के बाद लॉस एंजेलिस में काम करने के दौरान उनकी शादी हो ही गई थी. उन्‍होंने अपनी जिंदगी, माता-पिता के तलाक, दादी के साथ बिताए दिन, उनकी अच्‍छी सीख, कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई, प्‍यार और यहां तक कि ये रिश्‍ता क्‍यों खत्‍म हो गया जैसे कई मुद्दों पर फेसबुक पेज 'ह्यूमंस ऑफ बॉम्‍बे' से बात की.

n8tk3juc

 रतन टाटा ने शेयर की जवानी की फोटो, 

तीन सीरीज की इस पहली बातचीत में 82 साल के रतन टाटा ने बताया कि उनका बचपन काफी खुशहाल था, लेकिन माता-पिता के तलाक की वजह से उन्‍होंने और उनके भाई को थोड़ी बहुत परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा. आपको बता दें कि रतन टाटा के पिता नवल और मां सोनी टाटा का तलाक उस वक्‍त हो गया था जब वह महज 10 साल के थे. फेसबुक पेज 'ह्यूमंस ऑफ बॉम्‍बे' ने रतन टाटा से बातचीत का ये अंश बुधवार रात को शेयर किया था, जो देखते ही देखते वायरल हो गया.

बातचीत के दौरान रतन टाटा ने अपनी दादी को भी याद किया और बताया कि किस तरह उन्‍होंने उनके मन में मूल्‍यों के बीज बोए. उन्‍होंने कहा, "मुझे आज भी याद है कि किस तरह द्वितीय विश्‍व युद्ध के बाद वह मुझे और मेरे भाई को गर्मियों की छुट्टियों के लिए लंदन लेकर चली गईं थीं. वास्‍तव में वहीं उन्‍होंने हमारे अंदर मूल्‍य डाले. वह हमें बताती थीं कि "ऐसा मत कहो" या "इस बारे में शांत रहो" और इस तरह हमारे दिमाग में ये बात डाल दी गई कि प्रतिष्‍ठा सबसे ऊपर है." 

उन्‍होंने अपने और पिता के विचारों में मतभेद  के बारे में बात करते हुए कहा, "मैं वॉयलन सीखना चाहता था और मेरे पिता पियानो सीखने के लिए कहते थे. मैं पढ़ाई के लिए अमेरिका के कॉलेज में जाना चाहता था, जबकि पिता चाहते थे कि मैं लंदन जाऊं. मैं आर्किटेक्‍ट बनना चाहता था और वो कहते थे इंजीनियर बनो." 

हालांकि बाद में रतन टाटा पढ़ने के लिए अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी गए और इसका पूरा श्रेय उनकी दादी को जाता है. आर्किटेक्‍ट से ग्रेजुएशन करने पर उनके पिता नाराज हो गए. फिर रतन टाटा लॉस एंजेलिस में नौकरी करने लगे जहां उन्‍होंने दो सालों तक काम किया. 

उन दिनों को याद करते हुए रतन टाटा कहते हैं, "वह काफी अच्‍छा समय था- मौसम बहुत खूबसूरत था, मेरे पास अपनी गाड़ी थी और मुझे अपनी नौकरी से प्‍यार था." 

लॉस एंजेलिस में रतन टाटा को प्‍यार हुआ और वो उस लड़की से शादी करने ही वाले थे. हालांकि उन्‍होंने वापस भारत जाने का फैसला किया क्‍योंकि उनकी दादी की तबीयत ठीक नहीं थी. रतन टाटा को ये लगा था कि जिस महिला को वो प्‍यार करते हैं वह भी उनके साथ भारत चली जाएगी. 

रतन टाटा के मुताबिक, "लेकिन 1962 की भारत-चीन लड़ाई के चलते उनके माता-पिता उस लड़की के भारत आने के पक्ष में नहीं थे और इस तरह उनका रिश्‍ता टूट गया." 

आप भी पढ़ें पूरी पोस्‍ट

इस पोस्‍ट को शेयर किए जाने के बाद से ही यह वायरल हो गया और इसे अब तक 21 हजार से ज्‍यादा रिएक्‍शन और 2 हजार से ज्‍यादा शेयर मिल चुके हैं. यही नहीं सैंकड़ों कॉमेंट भी आए हैं. 

Tuesday 5 May 2020

Doubt

       Unnecessary Doubts

Short stories about life- relationship
A boy and a girl were playing together.
The boy had a collection of beautiful  marbles.
The girl had some candies with her.
The boy offered to give the girl all his marbles in exchange for all her candies. 
The girl agreed. The boy gave all the marbles to the girl, but secretly kept the biggest and the most beautiful marble for himself.
The girl gave him all her candies as she had promised. That night, the girl slept peacefully.
But the boy couldn’t sleep as he kept wondering if the girl had hidden some more tasty candies from him the way he had hidden his best marble.
Moral: If you don’t give your hundred percent in a relationship, you’ll always keep doubting if the other person has given his/her hundred percent.
               Dear Comrade Bestie ❤️ 

Sunday 3 May 2020

Secret of Success

सफलता का रहस्य


एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या  है?
सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो. वो मिले. फिर सुकरात ने नौजवान से उनके साथ नदी की तरफ बढ़ने को कहा.और जब आगे बढ़ते-बढ़ते पानी गले तक पहुँच गया, तभी अचानक सुकरात ने उस लड़के का सर पकड़ के पानी में डुबो दिया
लड़का बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा , लेकिन सुकरात ताकतवर थे और उसे तब तक डुबोये रखे जब तक की वो नीला नहीं पड़ने लगा. फिर सुकरात ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया और बाहर निकलते ही जो चीज उस लड़के ने सबसे पहले की वो थी हाँफते-हाँफते तेजी से सांस लेना.
सुकरात ने पूछा ,” जब तुम वहाँ थे तो तुम सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?”
लड़के ने उत्तर दिया,”सांस लेना”
सुकरात ने कहा,” यही सफलता का रहस्य है. जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह से चाहोगे जितना की तुम सांस लेना  चाहते थे  तो वो तुम्हे मिल जाएगी” इसके आलावा और कोई रहस्य नहीं है
दोस्तों, जब आप सिर्फ और सिर्फ एक चीज चाहते  हैं तो more often than not…वो चीज आपको मिल जाती है. जैसे छोटे बच्चों को देख लीजिये वे न past में जीते हैं न future में, वे हमेशा present में जीते हैं…और जब उन्हें खेलने के लिए कोई खिलौना चाहिए होता है या खाने के लिए कोई टॉफ़ी चाहिए होती है…तो उनका पूरा ध्यान, उनकी पूरी शक्ति बस उसी एक चीज को पाने में लग जाती है and as a result वे उस चीज को पा लेते हैं.
इसलिए सफलता पाने के लिए FOCUS बहुत ज़रूरी है, सफलता को पाने की जो चाहत रखता है उसमे intensity होना बहुत ज़रूरी है..और जब आप वो फोकस और वो इंटेंसिटी पा लेते हैं तो सफलता आपको मिल ही जाती है
Secret of Success in Hindi
Er.- K_C

Saturday 2 May 2020

Friends

Two Friends & The Bear

Short Moral Stories - Two Friends & The Bear
Krishna  and sanjay  were friends. On a holiday they went walking into a forest, enjoying the beauty of nature. Suddenly they saw a bear coming at them. They became frightened.
Sanjay, who knew all about climbing trees, ran up to a tree and climbed up quickly. He didn’t think of Krishna. Krishna had no idea how to climb the tree.




Krishna thought for a second. He’d heard animals don’t prefer dead bodies, so he fell to the ground and held his breath. The bear sniffed him and thought he was dead. So, it went on its way.
Sanjay asked to Krishna;

“What did the bear whisper into your ears?”

Krishna replied, “The bear asked me to keep away from friends like you” …and went on his way.

Moral of the story:

A friend in need is a friend indeed.
          
Er. K_C

The Wise Man

Short Moral Stories - The Wise Man
People have been coming to the wise man, complaining about the same problems every time. One day he told them a joke and everyone roared in laughter.
After a couple of minutes, he told them the same joke and only a few of them smiled.
When he told the same joke for the third time no one laughed anymore.
The wise man smiled and said:

“You can’t laugh at the same joke over and over. So why are you always crying about the same problem?”

Moral of the story:

Worrying won’t solve your problems, it’ll just waste your time and energy.

                                      Er. K_C


                                                                   
                                                                                                    

Friday 1 May 2020

Some motivational quotes

              Thought's of day

बुद्धि ईश्वर का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ वरदान है, इसका इस्तेमाल पूरी ईमानदारी और सच्ची लगन के साथ करना चाहिए – चाणक्य
ये कभी मत सोचो कि एक महीने में या फिर एक साल में क्या हो सकता है , बल्कि यह सोचो कि सिर्फ 24 घंटे में क्या-क्या हो सकता है।
चाणक्य, स्वामी विवेकानंद, शेक्सपियर, अब्दुल कलाम जी समेत तमाम ऐसे महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए इस तरह के विचार वाकई में जिंदगी में आगे बढ़ने का तो जज्बा पैदा करते ही हैं, इसके साथ ही अपने काम के प्रति ईमानदार, कर्मठ रहने का भी गुण सिखाते हैं।
इस तरह के विचार अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं, दूसरों के लिए मद्द और सम्मान की भावना पैदा करते हैं, हमारे अंदर से नकारात्मकता के भाव को दूर करते हैं और हमें एक सभ्य एवं अच्छा इंसान बनाने में मद्द करते हैं।
इसलिए हम सभी को अपने दिन की शुरुआत महान व्यक्तियों द्धारा कहे इन महान विचारों से करनी चाहिए। इसके साथ ही इन विचारों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की भी कोशिश करनी चाहिए।
भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है। – स्वामी विवेकानन्द

Positive Thought of the Day

कई बार ऐसा वक्त आता है जब व्यक्ति अपने डेली रुटीन के काम से ऊब जाता है या थकान महसूस करने लगता है तो, कुछ महान विद्धानों के द्धारा कहे गए इस तरह के डेली कोट्स से व्यक्ति को फिर से ऊर्जावान बनने और अपने काम के प्रति फोकस करने में सहायता मिलती है।
इसके अलावा थॉट्स ऑफ द डे, जीवन के कठिन दौर में आत्मसम्मान के साथ धैर्य और हिम्मत के साथ काम करना भी सिखाते हैं।





आत्मविश्वास सरीखा दूसरा मित्र नहीं, अर्थात आत्मविश्वास ही भावी उन्नति का मूल आधार है – स्वामी विवेकानंद
जिसने जान लिया की मैं बुद्धिमान नहीं हूँ, उसके बुद्धिमान बनने की आशा की जा सकती है। – साइरस
हमें हार कभी नहीं माननी चाहिए बल्कि हमें परेशानियों को खुद को हराने नहीं देना चाहिए – अब्दुल कलाम
किसी के मरने के बाद मिलने वाला कोई भी धन ईमानदारी से ज्यादा मूल्यवान नहीं है – शेक्सपियर

Thought of The Day Motivational

कई लोग ऐसे होते हैं कि किसी अच्छे फिर नए काम की शुरुआत करने को समय न होने का बहाना लेकर टालते रहते हैं और फिर एक वक्त ऐसा आता है कि वो चाहकर भी उस काम की शुरुआत नहीं कर पाते क्योंकि तब तक काफी देर हो चुकी होती है।
ऐसे लोगों को महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए इस तरह के महान विचारों से सीख लेने की जरूरत है, ताकि वे समय से अपना काम शुरु कर सकें और अपनी जिंदगी में सफलता हासिल कर सकें।





जो काम जितनी ही महेनत, लगन और श्रद्धा से किया जाएगा, उतना ही श्रेष्ठ होगा – महात्मा बुद्ध
भय से ही दुःख आते हैं, भय से ही मृत्यु होती है और भय से ही बुराइयाँ उत्पन्न होती हैं। – विवेकानन्द

Thought of the Day for Students

कुछ महान लोगों के विचार इतने अधिक शक्तिशाली होते हैं कि मनुष्य के दिमाग में तुंरत अपना प्रभाव छोड़ते हैं, और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देते हैं।
इसके साथ ही  मनुष्य के अंदर कठिन दौर से उबारने की क्षमता का विकास करते हैं और उन्हें अपनी जिंदगी के प्रति सकरात्मक बनाते हैं। इसके अलावा इस तरह के अनमोल विचार, मनुष्य के व्यवहार में परिवर्तन लाने और सच्चाई के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करते हैं।





जिंदगी किसी भूल को सुधारने का अथवा आगे बढ़ना का बार-बार मौका देती है, बस इसे पहचानने की जरूरत होती है।
थोड़ा पढ़ना, अधिक सोचना; कम बोलना, अधिक सुनना-यह बुद्धिमान बनने के उपाय हैं। – रवीन्द्रनाथ ठाकुर





कुछ लोग सिर्फ असाधारण मौकों की बाट जोहा करते हैं, लेकिन वास्तव में कोई भी मौका छोटा या फिर बड़ा नहीं होता, अर्थात छोटे से छोटे मौका का बुद्धिपूर्वक  इस्तेमाल करने से ही,छोटे अवसरों का बड़ा बनाया जा सकता है – विनोबा भावे
जिसमें बुध्दि नहीं है उसको शास्त्र से क्या लाभ? जैसे नेत्रहीन मनुष्य के लिए दर्पण बेकार है। – चाणक्य
जो छोटी सोच वाले मनुष्य होते हैं, वो बुराई करते हैं, जबकि प्रभावशाली और बड़ी सोच वाले व्यक्ति की प्रवृत्ति तो माफ करने की होती है।
जिसमें बुध्दि नहीं हाई, उसको बिना सींग का पशु समझना चाहिए। – प्रेमचन्द

Thought of the Day Motivational

जिंदगी के कठिन वक्त में जब व्यक्ति का भरोसा खुद पर से ही उठने लगता है और वह अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रयास करना छोड़ देता है, मायूस हो जाता है, और जिंदगी से किसी भी तरह की उम्मीद करना छोड़ देता है, तो ऐसे में इस तरह के अनमोल विचार व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास जगाने का काम करते हैं।
इसलिए इस तरह के प्रेरणात्मक कोट्स (Thought of the Day) अपने दोस्तों, परिवार के सदस्य और करीबियों के साथ सोशल मीडिया साइट्स पर जरुर शेयर करने चाहिए, जिससे कोई भी शख्स अपनी जिंदगी से मायूस न रहे और निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे।





अगर आप वाकई में अपने जिंदगी में सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो हर दिन खुद को बीते हुए दिन से बेहतर बनाइए।
प्रेम ही सबसे बड़ा शिक्षक है, प्रेम ही सर्वोत्कृष्ट शांतिदायक है। – स्वेट मार्डेन





लक्ष्य के तय होते ही आपके कर्म, एक यात्रा का रुप ले लेते हैं, और फिर आज नहीं तो कल आप अपने लक्ष्य को हासिल कर ही लेते हैं- वेदांत तीर्थ
प्रेम की कोई जाति नहीं, कोई धर्म नहीं, विचार-विवेक और भलाई-बुराई का उसे कुछ ज्ञान नहीं।

Thought Of The Day For Kids

हर किसी का बुरा और अच्छा वक्त आता है। कुछ लोग तो अपने बुरे वक्त का अच्छी तरह से सामना कर लेते हैं, जबिक कुछ लोग ऐसे होते हैं कि बुरे वक्त में पूरी तरह टूट जाते हैं और निराश हो जाते हैं और आगे बढ़ने की कोशिश भी नहीं करते हैं, ऐसे लोगों को उनकी जिंदगी में दुख के सिवाय कुछ और नसीब नहीं होता है।
वहीं ऐसे समय में महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए विचार न सिर्फ बुरे वक्त से उभारने में मद्दगार साबित हो सकते हैं बल्कि जिंदगी में फिर से आगे बढ़ने का जज्बा भी पैदा कर सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो कि हमेशा आसाधरण और बड़े मौकों की इंतजार में ही अपनी जिंदगी का ज्यादातर वक्त जाया करते हैं।
ऐसे लोगों को किसी महान पुरुष ने अपने महान विचार से यह समझाने की कोशिश की है कि कोई भी मौका छोटा या बड़ा नहीं होता है, बल्कि, अगर बुद्धिपूर्वक छोटे अवसरों का भी इस्तेमाल किया जाए तो इसे बड़ा बनाया जा सकता है।
इस तरह के थॉट ऑफ द डे वास्तव में व्यक्ति के जिंदगी को और अधिक खुशहाल और सफल बनाने में उनकी मद्द कर सकते हैं।





कर्म के द्धारा शांत रहते हुए चींटी से बेहतर उपदेश को दूसरा नहीं देता – डॉ.राधाकृष्णन
प्रार्थना ऐसे करो, मानो सब कुछ ईश्वर पर निर्भर है। काम ऐसे करो, मानो सब कुछ मनुष्य पर निर्भर है। – फ्रांसिस कार्डिनल स्पेलमैंन
शिखर तक पहुंचने के लिए ताकत की जरुरत होती है, फिर चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो अथवा आपके पेशे का शिखर हो।
जितना विश्व समझता है, प्रार्थना से उससे कहीं अधिक कार्य होता है। – टेनीसन
अगले पेज पर और भी बढ़िया Thought of the Day…

                                                            

              Er. K_C

Thursday 30 April 2020

thought of the day

“If you want to achieve greatness stop asking for permission.” ― Brian Tracy